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बवासीर एक आम बीमारी के रूप में प्रचलित है| बवासीर को पाइल्स या मूलव्याधि के नाम से भी जाना जाता है| यह गुदा या मलद्वार में होने वाली समस्या है| बवासीर का मुख्य कारण कब्ज/constipation होता है| बवासीर एक ऐसी बीमारी है जो ऑपरेशन कराने के बाद दोबारा भी हो सकती है| इसलिए बवासीर का ऑपरेशन कराने से बचना चाहिए और देसी या घरेलू उपाय अपनाने चाहिए| जिससे यह बीमारी जड़ से ख़त्म हो सके|
बवासीर(piles) के कारण:
* पेट साफ न होना कब्ज रहना
* जिनको घंटे खड़े रहना पड़ता हो
* अनुवांशिकता(genetics)
बवासीर/piles के टाइप्स:
बवासीर दो टाइप्स की होती है, खूनी और वादी!
* खूनी बवासीर में मस्सों से खून निकलता है|
* वादी बवासीर में पीड़ा और सूजन होती है| इसमें खून नहीं निकलता|
बवासीर/piles के उपाय या इलाज:
* एक चम्मच आंवले के चूर्ण को शहद के साथ सुबह-शाम लें|
* रेशेदार सब्जियों, सलाद, व् फलों का प्रयोग करें और पानी अधिक से अधिक पीएं|
* हरड़ के चूर्ण के साथ गुड मिलाकर लेने से लाभ मिलता है|
* नागकेशर, मिश्री और ताजा मक्खन समान मात्रा में लेने से बवासीर नियंत्रण में आ जाती है|
* एलोविरा का गुदा मस्सों पर लगाने से सूजन दूर होती है|
* आम की गुठली और जामुन की गुठली को सुखाकर चूर्ण बना लें और एक चम्मच चूर्ण को गर्म पानी या छाछ के साथ सेवन करें|
* छाछ में सेंधा नमक मिलाकर पीएं|
* चाय और तीखे मसालों का प्रयोग कम करें|
* प्याज के टुकड़े करके सूखा लें, सूखे टुकड़े घी में तल लें, बाद में उसमे एक ग्राम तिल और बीस ग्राम मिश्री मिलाकर रोजाना खाएं| इससे बवासीर ठीक होने लगती है|
* एक कप गाय के दूध में नींबू निचोड़ लें और पीएं इससे भी बवासीर ठीक होने लगती है|
* आंवले और एलोवीरा का जूस लें, बवासीर में राहत मिलेगी|
इन सभी घरेलू या देसी चीजों का प्रयोग करें और साथ में योगा भी करें, योगा तो पुरानी से पुरानी वीमारी को भी ख़त्म कर देती है| बवासीर होने पर कपाल भारती योगा करने से लाभ मिलता है|























